ख़ुशहाली ज्ञान भी फैलाये। बसंत है आया-बसंत है आया ! ख़ुशहाली ज्ञान भी फैलाये। बसंत है आया-बसंत है आया !
कितने फूल कितने फूल
कभी मलमल के साथ तो कभी काटो के साथ रहना सीखो। कभी मलमल के साथ तो कभी काटो के साथ रहना सीखो।
देखो, हो रई हैं, वर्षा की विदाई। नीलिमा जा छाई,शरद ऋतु आई रे। देखो, हो रई हैं, वर्षा की विदाई। नीलिमा जा छाई,शरद ऋतु आई रे।
शिक्षा है संस्कार की जननी शिक्षा है परिवार की जननी शिक्षा है संस्कार की जननी शिक्षा है परिवार की जननी